अगर आप IAS, IPS, IRS, IFS का Full form जानना चाहते है तो ये पोस्ट आपके लिए महत्वपूर्ण है। आज हम आपको इन सभी का फुलफॉर्म बताने वाले है।
इसके अलावा इस पोस्ट में आज हम आपको इनके बारे में कुछ जरूरी जानकारी भी देने वाले है जिन्हे आपको जरूर जाननी चाहिए।
वैसे छात्र जो प्रतियोगी परीक्षाओ का तैयारी कर रहे है उनके लिए ये पोस्ट काफी उपयोगी है।
IAS का फुलफॉर्म (Full form of IAS)
IAS का full form Indian Administrative Service होता हैं। हिंदी में इसका मतलब यानि फुलफॉर्म भारतीय प्रशासनिक सेवा होता है।
IAS के बारे में (About IAS)
भारतीय प्रशासनिक सेवा भारत सरकार का सबसे प्रतिष्ठित प्रशासनिक सिविल सेवा है।
IAS अधिकारी केंद्र सरकार, राज्य सरकार और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम में महत्वपूर्ण और रणनीतिक पदों पर रहते हैं।
भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के साथ IAS भारत के तीन अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है। इसके कैडर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा नियोजित होते हैं।
IAS का गठन 1946 में किया गया था। इससे पूर्व इसे इंपीरियल सिविल सर्विस (ICS) के रूप में जाना जाता था।
IAS अधिकारियों को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा के माध्यम से भर्ती किया जाता है। इसे बहुत कठिन परीक्षा माना जाता है। प्रत्येक वर्ष लाखो लोग आईएएस बनने के लिए परीक्षा में शामिल होते है लेकिन 100 से भी कम लोग IAS बन पाते है।
आईएएस बनने के लिए आपको ग्रेजुएट होना चाहिए। 21 साल की उम्र होने पर कोई भी भारत, नेपाल या भूटान का नागरिक सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हो सकता है।
आईएएस की परीक्षा तीन चरणों में होती है। Preliminary, Mains और इंटरव्यू को पास करके आप भी IAS बन सकते है।
IAS अधिकारी राज्य सरकार और केंद्र सरकार में एक अहम भूमिका निभाते है। किसी जिले का कलक्टर एक आईएएस ऑफिसर ही होता है।
विभिन्न विभागों चाहे वो किसी राज्य सरकार के अधीन हो या केंद्र सरकार के उन विभागों का सचिव एक IAS ऑफिसर ही होता है। इनकी काफी जिम्मेदारियाँ होती है।
IPS का फुलफॉर्म (Full form of IPS)
IPS का full form Indian Police Service होता हैं। हिंदी में इसका मतलब यानि फुलफॉर्म भारतीय पुलिस सेवा होता है।
IPS के बारे में (About IPS)
IPS या भारतीय पुलिस सेवा भारत में सबसे प्रतिष्ठित और सम्मानित नागरिक सेवाओं में से एक है। यह भारत के तीन सर्वश्रेष्ठ सिविल सेवाओं में से एक है।
भारतीय पुलिस सेवा का गठन भारत की स्वतंत्रता के एक साल बाद 1948 में किया गया था। गृह मंत्रालय आईपीएस के लिए कैडर नियंत्रण प्राधिकरण के रूप में कार्य करता है।
एक IPS अधिकारी की जिम्मेदारी होती है - जनता की सुरक्षा और अपराध नियंत्रण।
आईपीएस अधिकारियों का चयन UPSC द्वारा किया जाता है। इसके लिए UPSC प्रत्येक वर्ष परीक्षा का आयोजन करती है। IPS बनने के लिए कुछ जरूरी योग्यताएं होनी चाहिए। योग्य उम्मीदवार UPSC की सिविल सेवा परीक्षा को पास करके IPS बन सकता है।
IPS सेवा को विभिन्न विभागों जैसे अपराध शाखा, होमगार्ड, यातायात ब्यूरो और आपराधिक जांच विभाग (CID) में विभाजित किया गया है।
सार्वजनिक शांति और व्यवस्था बनाए रखना, अपराध की रोकथाम, जांच, वीआईपी सुरक्षा, आतंकवाद का मुकाबला, नशीले पदार्थों की तस्करी पर रोक, आर्थिक अपराध, आपदा प्रबंधन आदि की जिम्मेदारी IPS Officer की होती है।
किसी भी जिले का ASP, SP, SSP एक IPS Officer होता है। किसी भी राज्य के पुलिस बल का शीर्ष अधिकारी IPS ही होता है।
RAW, CBI, IB, CID आदि जैसी एजेंसियों का कमान आईपीएस ऑफिसर के पास होता है।
इसके अलावा CRPF, BSF, NSG, CPF जैसी संस्थाओ का नेतृत्व IPS ही करते है।
IRS का फुलफॉर्म (Full form of IRS)
IRS का full form Indian Revenue Service होता हैं। हिंदी में इसका मतलब यानि फुलफॉर्म भारतीय राजस्व सेवा होता है।
IRS के बारे में (About IRS)
भारतीय राजस्व सेवा भारत की प्रतिष्ठित अखिल भारतीय सेवाओं में से एक है। इसे 1953 में स्थापित किया गया था।
भारत सरकार द्वारा अर्जित विभिन्न प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों के प्रशासन और संग्रह की जिम्मेदारी इनकी होती है। IRS ऑफिसर केंद्रीय वित्त मंत्रालय में राजस्व विभाग के तहत कार्य करता है।
IRS का चयन UPSC द्वारा किया जाता है। UPSC प्रत्येक वर्ष 24 अखिल भारतीय सेवाओं के लिए परीक्षा का आयोजन करता है। IRS उनमे से एक है।
आईएएस के लिए जो परीक्षा आयोजित की जाती है वही परीक्षा को पास करके IRS अधिकारी बना जा सकता है।
आईएएस बनने के लिए जो योग्यताएँ होनी चाहिए वही योग्यताएँ एक IRS Officer बनने के लिए चाहिए। कोई भी योग्य उम्मीदवार UPSC की सिविल सेवा परीक्षा को पास करके IRS बन सकता है।
आईआरएस की दो शाखाएँ हैं-
- IRS, Income Tax (आयकर)
- IRS, Customs and Central Excise (सीमा शुल्क और केंद्रीय उत्पाद शुल्क)
आईआरएस अधिकारी आयकर विभाग (ITD) के माध्यम से प्रत्यक्ष कर कानून का संचालन करते हैं। वे देश में घोटालों को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
वे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर के संकलन, प्रशासन और नीति निर्माण के लिए जिम्मेदार हैं, इसलिए उन्हें भारत के कर प्रशासक कहा जाता है और देश की वित्तीय सीमाओं के संरक्षक के रूप में भी जाना जाता है।
IFS का फुलफॉर्म (Full form of IFS)
IFS का full form Indian Foreign Service होता हैं। हिंदी में इसका मतलब यानि फुलफॉर्म भारतीय विदेश सेवा होता है।
IFS के बारे में (About IFS)
IFS भारत की तीन Top Civil Services में से एक है। इनका चयन भी IAS और IPS की तरह UPSC द्वारा आयोजित परीक्षा के माध्यम से होता है।
IFS विदेशी मामलों को लेकर काम करते हैं और विदेश मंत्रालय में अपनी सेवाएं देते हैं। यह अन्य देशो में भारत का प्रतिनिधित्व करते है।
आईएफएस अधिकारी Diplomacy से जुड़े मामलों में काम करते हैं और द्विपक्षीय मामलों को हैंडल करते हैं।
इसका मुख्यालय नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में है।
आईएफएस बनने के लिए UPSC की सिविल सेवा परीक्षा पास करनी पड़ती है। IFS बनने के लिए वही योग्यताएँ होनी चाहिए जो एक आईएएस बनने के लिए होती है।
एक IFS UPSC की परीक्षा पास करके तीन साल की ट्रेनिंग के बाद आईएफएस ऑफिसर बनते हैं।
विदेशो में प्रशासनिक तौर पर भारत का प्रतिनिधित्व IFS करते है। किसी भी देश में भारत का राजदूत एक IFS Officer ही होता है।
IFS अधिकारी अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में मुख्य रूप से कूटनीति, व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों के क्षेत्र में देश का प्रतिनिधित्व करते हैं और देश के बाहरी मामलों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार हैं, जिसमें व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को विकसित करने की जिम्मेदारी भी शामिल है।
NOTE: आप में से बहुत सारे लोगो को ये Confusion होता है कि IFS का फुलफॉर्म Indian Foreign Service होता है या Indian Forest Service.
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (The Department of Personnel and Training) के अनुसार,
IFS का अर्थ है Indian Foreign Service यानी भारतीय विदेश सेवा और
IFoS का अर्थ है Indian Forest Service यानी भारतीय वन सेवा।
IFoS यानी भारतीय वन सेवा भारत सरकार द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर अधिकारियों की भर्ती के लिए संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में से एक है।