शेर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी | Know everything about Lion in Hindi

complete information about lion in Hindi

शेर जंगल का राजा होता हैं। शेर को साहस का प्रतीक माना जाता हैं। बाघ से पहले भारत का राष्ट्रीय पशु शेर था।

आज हम आपके लिए शेर के बारे में पूरी जानकारी (Complete Information about lion in Hindi) लेकर आए हैं। इसके अलावा आज हम आपको शेर से जुड़े कुछ रोचक और दिलचस्प तथ्य (Interesting facts about lion in Hindi) भी बताएंगे।

इस पोस्ट में दी गई जानकारियों की मदद से आप बड़ी ही आसानी से शेर पर निबंध (Essay on Lion in Hindi) लिख सकते है।

शेर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी (Complete Information about Lion)

शेर एक मजबूत, मांसाहारी, जंगली जानवर है। शेर बिल्ली प्रजाति में बाघों के बाद दूसरा सबसे बड़ा जानवर है।

शेर को उसके विशाल आकार और शिकार की क्षमता के कारण "जंगल का राजा" कहा जाता है।

शेरों को जंगल का राजा कहा जाता है लेकिन शेर अधिकतर मैदानों और विशाल घास के मैदानों में रहना पसंद करते है। शेर घास के मैदानों से घिरी गुफाओं या घनी झाड़ियों में रहते हैं।

शेर का वैज्ञानिक नाम Panthera leo है।

शेर के शरीर की बनावट

शेर का एक मजबूत शरीर होता है जिसके चार पैर होते हैं और बहुत मजबूत पंजे के साथ एक पूंछ होती है। शेर अलग अलग रंग के होते है जैसे - भूरे, पीले और लाल आदि।

शेर की गर्दन लंबे बालों से ढकी होती है जिसे अयाल (mane) कहा जाता है। शेर के अयाल का मुख्य उद्देश्य गर्दन और गले की सुरक्षा करना है। शेर के अयाल का अंधेरा उसकी उम्र को दर्शाता है। शेर का अयाल इस प्रजाति की सबसे पहचानी जाने वाली विशेषता है। नर शेर के गर्दन के बाल जितने गहरे होते है वो उतना ही बड़ा होता है। मादा शेरनी उन्ही नर शेरों के साथ मिलन करना पसंद करती है जिसके लंबे और गहरे बाल हो।

शेर बिल्ली प्रजाति का एकमात्र सदस्य है जिसकी रेशमी गुच्छे वाली पूंछ होती है। एक शेर के गुच्छे वाली पूंछ तब दिखती है जब वो 5-7 महीने का हो जाता है।

नर शेर की लंबाई 8 फीट तक हो सकती है और इनका वजन लगभग 500 पौंड तक होता है जबकि शेरनी का वजन 300 पौंड तक होता है।

जंगलो में नर शेर 12 से 16 साल जीवित रहते है जबकि मादा शेर 15 से 18 वर्ष जीवित रहती है। पिंजरों में शेर 20 वर्ष तक जीवित रह सकते है।

शेर का भोजन एवं शिकार

शेर एक मांसाहारी जानवर है और अन्य जानवरों का शिकार करके मांस खाता है। शेर दिन में सोता है और रात में शिकार करता है।

घायल शेर अपने प्राकृतिक शिकार का शिकार करने में असमर्थ होने के कारण अक्सर आदमखोर हो जाते हैं।

मादा शेर को "शेरनी" कहा जाता है और यह अपनी संतानों को "शावक" के रूप में जन्म देती है। शेरनिया साढ़े तीन महीनों तक शावको को गर्भ में रखने के बाद जन्म देती है। एक शेरनी हर दो सालो में 1 से 4 शावको को जन्म देती है।

शेर प्रजाति जैसे बाघ, तेंदुआ और चीता के बच्चों को अंग्रेजी में Cub कहा जाता है।

baby of a lion cub

शेर एक समूह में रहते हैं जिसे Pride कहा जाता है। एक Pride में 10 से 40 शेर रहते हैं। समूह में केवल 1 से 2 वयस्क शेर होता हैं और बाकी शेरनी और उनके शावक होते हैं।

शेर अपने भोजन के साथ-साथ अपने समूह की रक्षा के लिए अन्य जानवरों के साथ लड़ते हैं। नर शेर आम तौर पर अपने समूह के साथ रहते हैं और मादा शेर शिकार करती हैं।

नए इलाके पर कब्जे करने के लिए 3 या 4 नर शेरों को समूह में रहना पड़ता है। नर शेर अक्सर निवास के लिए प्रतिद्वंद्वी नर शेर सहित उनके शावकों को भी मार देते है।

आठ नर शेरों में से केवल एक नर शेर ही युवावस्था तक जीवित रह पाता है। आठ नर शेरों में से एक शेर के जीवित रहने का मुख्य कारण उन्हें 2 वर्ष की उम्र में ही अपने झुण्ड से निकाल देना है।

एक शेर दो साल की उम्र से ही दहाड़ना शुरू कर सकता है। शेर "गर्जन" की ध्वनि उत्पन्न करता है जिसे 8 किलोमीटर की दूरी तक सुना जा सकता है।

शेर का सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक महत्त्व

शेर सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण पशु है। सभ्यताओं के शुरुआत में शेरो को लीडरशिप और गौरव का प्रतीक माना जाता है जिसे हम हर सभ्यता के भित्ति चित्रों में देख सकते है।

शेर की पूजा हिंदू और कई अन्य संस्कृतियों में की जाती है।

अतीत में कई राजा शेरों को शाही पिंजरे में रखते थे जो की उनकी ताकत का प्रतीक होता था। राजा जब शिकार करने जाता था तो वह शेर को मारकर खुद की शक्ति का प्रदर्शन करता था। हमेशा से ही शेर को ताकत का पर्याय माना गया है।

शेरों की घटती संख्या

दुर्भाग्य की बात है कि दुनिया में जैसे-जैसे जंगल खत्म हो रहे है वैसे-वैसे जंगली जानवर भी लुप्त हो रहे हैं उनमें से एक प्रजाति शेर की भी है।

शेर की केवल दो प्रजातिया अफ्रीकन और एशियाई ही केवल शेष बची है। अफ्रीकन शेरो की लगभग छ: उप-प्रजातियाँ है।

पहले शेर यूरेशिया, अफ्रीका और उत्तरी अमेरिका में पाए जाते थे। लेकिन आज शेर केवल उप-सहारा अफ्रीका और भारतीय राज्य गुजरात में पाए जाते हैं।

शिकारी खाल, हड्डियों के लिए शेरों को मारते हैं। इसके अंगो की तस्करी की जाती है। कुछ लोग इसको मारकर इसका इस्तेमाल शोपीस के तौर पर करते है। लोगों के मनोरंजन के लिए शेरों को पकड़कर चिड़ियाघर में रखा जाता है।

शेरों के अत्यधिक शिकार ने दुनिया भर में उनकी आबादी को कम कर दिया है जो पारिस्थितिकी तंत्र के लिए खतरा बन रहा है।

शेर वर्तमान में एक कमजोर जानवर है और IUCN (इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर) के रेड लिस्ट में एक है।

शेरों की घटती आबादी एक चिंता का विषय है। हमें इसके संरक्षण हेतु कड़े कदम उठाने चाहिए।

शेर के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Facts about Lion)

शेर के बारे में कुछ रोचक तथ्य निम्नलिखित है -

  • दुनिया भर में 10 अगस्त को विश्व शेर दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  • शेर आमतौर पर रात में शिकार करते हैं और दिन में आराम करते हैं।
  • एक शेर एक दिन में 18 से 20 घंटे सोता है।
  • 90 प्रतिशत से ज्यादा शिकार शेरनिया करती है।
  • एक शेर की आँखों की पुतलियाँ मनुष्यों से तीन गुना बड़ी होती है।
  • नर शेर एकमात्र ऐसी बिल्ली प्रजाति (Cat Family) है जो मादाओ की प्रजातियों से अलग दिखते है।
  • बिल्ली प्रजाति में शेर की दहाड़ सबसे तेज होती है जिसे 8 किमी दूर से सुना जा सकता है जबकि बाघ के दहाड़ने की आवाज को 3 किमी तक सुना जा सकता है।
  • एक नए जन्मे शेर शावक में काले धब्बे होते हैं जो उम्र के साथ मिट जाते हैं।
  • 2002 में अजीब घटना देखने को मिली जब एक शेरनी ने हिरण के बच्चे को अपनाकर उसकी रक्षा की। हालांकि दो सप्ताह बाद जब शेरनी सो रही थी तब नर शेर ने उस हिरण को मार दिया।
  • एक शताब्दी पहले अफ्रीका में शेरो की संख्या 2 लाख से ज्यादा दी थी जो आज घटकर केवल 15 से 30 हजार तक रह गयी है।
  • शेर कई देशो का राष्ट्रीय पशु है जैसे - अल्बानिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, इंग्लैंड, इथिओपिया, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड और सिंगापुर।
  • भारत में 650 शेरों के साथ दुनिया में लगभग 20000 से 39000 शेर बचे हैं।
  • "दक्षिण अफ्रीकी शेर" या "ट्रांसवाल शेर" को शेरों की सबसे बड़ी उप-प्रजाति माना जाता है।
  • विश्व में असली शेर से ज्यादा शेरों की मूर्तियाँ मौजूद है।

Conclusion

शेर एक मजबूत, मांसाहारी, जंगली जानवर है। इसे ताकत और गौरव का प्रतीक माना जाता है। यह ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से एक अमूल्य धरोहर है।

यह भारत में गुजरात के गिर वन में पाया जाता है।

आज शेरों के अत्यधिक शिकार के कारण इसकी संख्या घट रही है। शेर विलुप्त होते जा रहे है। शेरों की घटती जनसंख्या एक चिंता का विषय है। हमें इसके संरक्षण हेतु कदम उठाने चाहिए। शेर का संरक्षण हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए काफी आवश्यक है।

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