NEFT, IMPS, RTGS, UPI, IFSC, MICR का फुलफॉर्म

आपने बैंक से संबंधित कुछ term जैसे NEFT, IMPS, RTGS, UPI, IFSC, MICR आदि जरूर सुना होगा। अगर आप इन सभी शब्दों का Full form जानना चाहते हैं तो आज हम आपको इन सभी संक्षिप्त शब्दों का फुलफॉर्म बताने वाले हैं। इसके अलावा इनके बारे मे सामान्य जानकारी भी दी गई हैं।

अक्सर कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे बैंक भर्ती परीक्षा, रेलवे, SSC में NEFT, IMPS, IFSC आदि का फुलफॉर्म पूछा जाता हैं। इसलिए यह जानना छात्रों के लिए भी काफी महत्वपूर्ण हैं।

NEFT का फुलफॉर्म (Full form of NEFT)

NEFT का Full form National Electronic Funds Transfer होता हैं। हिन्दी में इसका मतलब यानी फुलफॉर्म 'राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक निधि अन्तरण' होता हैं।

Full form of NEFT National Electronic Funds Transfer

NEFT के बारे में (About NEFT)

NEFT एक देशव्यापी electronic fund transfer system हैं जिसके माध्यम से कोई भी एक बैंक अकाउंट से दुसरे बैंक अकाउंट में पैसे भेज सकता है। इसके द्वारा एक बैंक अकाउंट से किसी अन्य बैंक अकाउंट या उसी बैंक के किसी अकाउंट में पैसे भेजे जा सकते है।

इसकी शुरुआत नवंबर 2005 में हुई थी। आज यह सुविधा भारत के प्रत्येक बैंक में उपलब्ध है। यह फण्ड ट्रांसफर करने का एक सुरक्षित और आसान तरीका है।

NEFT पर RBI (Reserve Bank Of India) कोई चार्ज नहीं लगाता है जबकि कुछ बैंक इस पर चार्ज लगाते है।
यह सुविधा हर समय उपलब्ध नहीं होती है। यह सेवा online और offline भी उपलब्ध है।

इसमें ट्रांसफर करने के लिए कोई न्यूनतम सीमा (Minimum limit) नहीं है। इसमें अधिकतम 2 लाख रुपये ट्रांसफर किए जा सकते है। इसमें फंड ट्रांसफर की अधिकतम सीमा बैंको पर निर्भर करती है। अलग-अलग बैंको में ये अलग-अलग होती है।

RTGS का फुलफॉर्म (Full form of RTGS)

RTGS का Full form Real Time Gross Settlement होता हैं। हिंदी मे इसका फुलफॉर्म रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट हैं।

Full form of RTGS Real Time Gross Settlement

RTGS के बारे में (About RTGS)

RTGS भी fund transfer करने की एक व्यवस्था है यानी एक तरीका जिसके द्वारा कोई भी व्यक्ति एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे भेज सकता है।

यह पैसे भेजने का एक fast method है। इसके द्वारा पैसे भेजने पर beneficiary के अकाउंट में तुरंत पैसे जमा हो जाते है। इसमें कोई समय नहीं लगता है। यह एक Real Time में fund transfer करने का एक तरीका है।

भारत में इसके शुरुआत वर्ष 2004 में चार बैंक ब्रांच में RBI द्वारा एक Pilot Project के तौर पर हुई थी। आज यह सेवा प्रत्येक बैंक में उपलब्ध है।

RTGS में fund transfer की न्यूनतम सीमा 2 लाख रुपये है। इसके द्वारा आप 2 लाख से कम पैसे नहीं भेज सकते है। इसमें अधिकतम सीमा नहीं है। आप इसके द्वारा 2 लाख से ज्यादा कितनी भी रकम भेज सकते है।

यह सेवा हर समय यानी 24×7 उपलब्ध नहीं होती। इसके द्वारा पैसे भेजने पर कुछ चार्ज भी लगता है। अलग-अलग बैंको द्वारा इस पर अलग-अलग चार्ज लगाएं जाते है।

IMPS का फुलफॉर्म (Full form of IMPS)

IMPS का Full form Immediate Payment Service होता हैं। हिंदी में इसका मतलब यानी फुलफॉर्म तत्काल भुगतान सेवा होता हैं।

Full form of IMPS Immediate Payment Service

IMPS के बारे में (About IMPS)

IMPS भी पैसे भेजने यानि fund transfer करने की एक Electronic fund transfer system है। इसके द्वारा कोई भी एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे भेज सकता है।

यह NPCI (National Payments Corporation of India) द्वारा शुरू की गई व्यवस्था है। इसके द्वारा पैसे भेजने पर तुरंत beneficiary के अकाउंट में पैसे जमा हो जाते है।

आज पैसे भेजने के लिए यह सबसे तेज और सुरक्षित तरीका है।

इसकी शुरुआत 2010 में चार बैंको में हुई थी जो 22 नवंबर 2010 में सारे देश में उपलब्ध हो गई। आज यह सेवा भारत के प्रत्येक बैंक में उपलब्ध है।

IMPS सेवा मोबाइल पर उपलब्ध होती है। इसमें पैसे भेजने की कोई minimum या maximum limit नहीं है।

यह सेवा 24×7 उपलब्ध है। कोई भी व्यक्ति कभी भी इसके द्वारा एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे भेज सकता है।

UPI का फुलफॉर्म (Full form of UPI)

UPI का Full form Unified Payment Interface होता है। हिंदी में इसका फुलफॉर्म यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस होता है।

Full form of UPI Unified Payment Interface

UPI के बारे में (About UPI)

UPI एक Instant real time payment system है जिसके द्वारा आप किसी को भी पैसे भेज सकते है। यह एक instant payment method है।

यह पैसे भेजने की एक सुरक्षित और तेज तरीका है।

यह NPCI (National Payments Corporation of India) द्वारा विकसित की गई सिस्टम है। इसकी शुरुआत 11 अप्रैल, 2016 को हुई थी। NPCI ने BHIM (Bharat Interface for money) नाम की एक UPI App भी लॉन्च की है।

आप एक Application के जरिये इसका प्रयोग कर सकते है। आज बहुत सारे Apps जैसे Paytm, Phonepe, Google Pay, Amazon Pay, BHIM आदि इस सेवा को प्रदान करते है। इसमें आप अपने बैंक अकाउंट को जोड़कर किसी भी व्यक्ति को पैसे भेज सकते है।

इसके द्वारा आप किसी भी व्यक्ति को UPI ID (VPA), अकाउंट नंबर और IFSC या आधार नंबर के द्वारा पैसे भेज सकते है।

इसके द्वारा पैसे भेजने पर पैसा तुरंत लाभार्थी के बैंक अकाउंट में जमा हो जाता है। इस पर कोई चार्ज नहीं लगता है।

इसमें आप कभी भी पैसे भेज सकता है। इसमें प्रतिदिन प्रति बैंक अकाउंट 10 Transaction किए जा सकते है।

IFSC का फुलफॉर्म (Full form of IFSC)

IFSC का Full form Indian Financial System Code होता है। हिंदी में इसका फुलफॉर्म भारतीय वित्तीय प्रणाली संहिता होता है।

Full form of IFSC Indian Financial System Code

IFSC के बारे में (About IFSC)

IFSC किसी भी बैंक शाखा की एक पहचान संख्या होती है। इसकी आवश्यकता पैसो के लेन-देन में होती है।

NEFT, RTGS, IMPS या UPI के द्वारा पैसे भेजने में IFSC की आवश्यकता होती है। किसी भी व्यक्ति को पैसे भेजने के लिए उसके बैंक अकाउंट नंबर के IFSC Code की आवश्यकता होती है।

यह 11 Character का Alpha-Numeric Code होता है। इसमें प्रथम चार character बैंक के बारे में बतलाते है। पाँचवा अंक 0 (शून्य) होता है। अंतिम के 6 अंक बैंक की शाखा के बारे में जानकारी देते है।

यह कोड बैंक के पासबुक पर छपा होता है। इसके अलावा यह आपके चेक बुक पर भी छपा होता है।
आप किसी भी बैंक की शाखा का IFSC Code इंटरनेट से भी पता कर सकते है।

MICR Code का फुलफॉर्म (Full form of MICR Code)

MICR Code का full form Magnetic Ink Character Recognition Code होता है। हिंदी में इसका फुलफॉर्म मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रिकग्निशन कोड होता है।

Full form of MICR Magnetic Ink Character Recognition

MICR कोड के बारे में (About MICR Code)

IFSC की तरह यह भी हर बैंक शाखा की एक पहचान संख्या होती है। इसका प्रयोग भी पैसे के लेन-देन में होता है।

यह Character Recognition Technology पर आधारित एक कोड होता है जिसका प्रयोग चेक को Clear करने में किया जाता है। इसका प्रयोग बैंको द्वारा सत्यापन हेतु किया जाता है।

MICR कोड चेक के नीचे एक लाइन में लिखा होता है जिसे MICR बैंड कहते है। MICR Code को एक विशेष प्रकार की स्याही से लिखा जाता है। इस Code को पढ़ने के लिए MICR reader का उपयोग किया जाता है।

बैंक इस कोड का उपयोग बैंक ब्रांच की पहचान और चेक पास करने में करते है।

इस कोड के जरिये चेक की सुरक्षा बढ़ जाती है। इसके द्वारा धोखाधड़ी को रोका जा सकता है। यह कोड बैंक में चेक के जरिए होने वाली धोखाधड़ी से बचाता है।

यदि आपको कोई फर्जी चेक देता है तो इसकी पहचान भी इसी नंबर के आधार पर की जा सकती है।

Previous Post Next Post